अर्थ : मन में स्वतः उठने वाली वह मनुष्योचित भावना या वृत्ति जो किसी का कष्ट, दुख देखकर उत्पन्न होती है।
उदाहरण :
दया एक सात्त्विक भावना है।
पर्यायवाची : अनुकंपा, अनुकम्पा, अनुक्रोश, अनुग्रह, इनायत, करुणा, करुना, कारुण्य, कृपा, तरस, दया, निवाजिश, फजल, फजिल, मेहर, रहम, रहमत, वत, शफक, शफकत, शफ़क़, शफ़क़त
अर्थ : एक बात के बाद दूसरी बात आप से आप होने की क्रिया।
उदाहरण :
अनुषंग में कितना समय निकल गया पता ही न चला !।
अर्थ : स्पष्टीकरण के लिए आवश्यक होने पर पहले वाक्य, वाक्यांश आदि से आगे एक और वाक्य, वाक्यांश आदि लगा देने की क्रिया।
उदाहरण :
अनुषंग के उपरान्त ही मैं उनका आशय समझ सकी।